Thursday, October 6, 2022

सनातन धर्म हिंदु राष्ट्र निर्माण आध्यात्मिक युवा नेतृत्व अभियान

वर्तमान धर्म चक्र परिवर्तन के दौर में धर्म रक्षा, धर्म संरक्षण, धर्म शिक्षण प्रशिक्षण की नितांत आवश्यकता है। सनातन धर्म को देश की चेतना के केंद्र में लाने के लिए, उसे भारतवर्ष का अग्रणी एवं उच्चतम आदर्श बनाने के लिए इस उद्देश्य हेतु मूल भारतीय संस्कृति पर आधारित, राष्ट्रीय एवं वैश्विक दृष्टिकोण के प्रतिनिधि दलों एवं व्यक्तियों को साथ आ कर,हमें महान भारत का पुनर्निर्माण करना चाहिए ताकि भारत पूर्वकाल की महानता से भी अधिक महान हो। अपनी ऊर्जा, शक्ति और साधनों को एकत्रित करके सामाजिक, सांस्कृतिक, बौधिक एवं आध्यात्म आदि केंद्रित समूहों का निर्माण करना चाहिए उन्हें कार्यान्वित करने की योजना की आवश्यकता है।

भारतवर्ष में पुनः अपनी महानता का बोध जागृत किया जा सकता है अपनी आध्यात्मिकता के महानता के बोध के द्वारा। इसी महानता का बोध सकल राष्ट्रप्रेम का मुख्य पोषक है।

दुर्भाग्यवश हम षडयंत्र शिकार हो कर जिन गहनताओं एवं ऊँचाइयों को हम पीढ़ी दर पीढ़ी खो चुके हैं, इनकी पुनः प्राप्ति करें; हमारे पूर्वकाल, धरोहर एवं संस्कृति का अधिक गहनता से आत्मसात् करें, तथा उसे वर्तमान में पुनः जीवंत करें। हमें उसे एक शक्ति का स्वरूप देना है ताकि वह हमारे भविष्य का निर्माण कर सके। यह तब होगा जब हम भारतवासी, हमारे स्वयं की गहनता में ज्ञान और तपस्या की उस शक्ति एवं ज्योति को जागृत करें जो कि हमारे राष्ट्र की आत्मा में नित्य सनातन धर्म के रूप में वास करती है।

यह उद्देश्य विलक्षण एवं निरंतर व्यक्तिगत प्रतिबद्धता एवं प्रयास की माँग करेगा। हमें एक युवा केंद्रित कार्ययोजना की‌ तथा उसे शीघ्र एवं प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने की आवश्यकता है। 

युवाओं के लिए सनातन विषयों एवं विचारों पर आधारित कार्यशालाएँ, उच्च पाठशाला से लेकर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए, युवा वृत्तिक एवं व्यवसायियों एवं अध्यापकों के लिए अध्ययन गोष्ठी एवं कार्यशालाओं का आयोजन। अध्यापकों के लिए विशेष कार्यशालाएँ – विभिन्न संदर्भों में विद्यार्थियों को सनातन धर्म का बोध कैसे कराया जाए, अध्यापक इस कार्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होंगे। जो अध्यापक इस कार्य का उत्तरदायित्व लेने हेतु तैयार हों, उनके लिए एक प्रखर पाठ्यक्रम सरलता से तैयार किया का सकता है।

देश के युवाओं को सनातन संस्कृति धर्म आध्यात्म की ओर अभिमुख करने की प्रारम्भिक प्रथम चरण की योजना प्रस्तावित है ।कृपया उचित मार्गदर्शन सहयोग प्रदान करें।

उत्कर्ष  विकास संस्थान द्वारा  12 जनवरी 2023 स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय स्तर पर सनातन धर्म हिंदु राष्ट्र निर्माण आध्यात्मिक युवा नेतृत्व अभियान के शुभारंभ किया जाएगा ।

स्वामी विवेकानन्द जी के युवा शक्ति आह्वान शिकागो  धर्म संसद  सम्मेलन में दिए गए भाषण सनातन हिन्दू धर्म संस्कृति एवम् भारतवर्ष की महानता राष्ट्र चेतना स्वाभिमान को पुनः जाग्रत करने आध्यात्मिक संस्कृति शिक्षा संस्कार मूल्यों को युवा शक्ति मे नेतृत्व शक्ति के साथ प्ररेणा आत्म विश्वास  जगाने के उद्देश्य से यह अभियान शुरू किया जाएगा ।

युवा दिवस पर  होने वाले इस अभियान  में अखिल भारतीय स्तर पर स्कूलों और कॉलेजों के करीब 12  करोड़  से अधिक विद्यार्थी युवाओं को जोड़ने की योजना है इस हेतु ऑनलाइन पंजीयन का लक्ष्य रखा गया है। 

उत्कर्ष संस्थान आयोजन समिति ने निर्धारित किया है कि 

हर प्रदेश में जिला स्तर पर अध्यात्म के युवा योद्धा," आध्यात्मिक विश्व गुरु" संकल्प अभियान आयोजन समितियों का गठन किया जाएगा  योजना का विस्तृत कार्यक्रम विवरण  उपलब्ध है।

शीघ्र ही अभियान योजना की तैयारियों के लिए बहुमाध्यमिक प्रारूप – चलचित्र (cinema), ऑनलाइन (online), यूट्यूब (YouTube) आदि माध्यमों का धर्म के प्रसार एवं संचार के लिए व्यापक प्रयोग करना होगा इस हेतु ऑनलाइन गूगल मिट के माध्यम से महाकाल सेना,  गीता ज्ञानी, कर्म योगी , सनातन ज्ञान योगी एव भक्ति योगी ,आदर्श श्री राम डिजिटल सेना, स्वयंसेवक कार्यकर्ताओं की मीटिंग होगी तत पश्चात सम्पर्क संवाद कर सहयोगी दल गठित किए जायेंगे ।

इसी तरह अगले चरण में सोशल मीडिया के द्वारा केंद्रित एवं अनुशासित प्रसार, संप्रेषण के लिए अत्यंत आवश्यक होगा। अगर हमें युवा पीढ़ी को जागृत करना है, तो हमें सोशल मीडिया की भाषा में महारत प्राप्त करनी होगी। तथापि, जो लोग सोशल मीडिया का संचालन करेंगे उनका अवश्य ही तत्परतापूर्वक चयन, प्रशिक्षण एवं सहयोग करना होगा। ऑनलाइन अध्ययन गोष्ठियाँ, संक्षिप्त बातचीत, विषय केंद्रित साक्षात्कार, टेड-एक्स (Ted-X) की तरह विषय केंद्रित व्याख्यान आदि का निरंतर प्रसार देशभर में होना चाहिए।

युवा हमारे कार्य के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। भारत एक युवा देश है, हमारी पचास प्रतिशत जनसंख्या पैंतीस वर्ष की आयु से कम है। युवाओं को मार्गदर्शन एवं निर्देशन की आवश्यकता है। यह विशेष रूप से असुरक्षित एवं प्रभाव्य हैं, किसी भी विश्वसनीय आख्यान से प्रभावित हो सकते हैं। सनातन आख्यान निश्चय ही उन तक प्रभावी रूप से पहुँचना चाहिए। क्योंकी युवा पीढ़ी “युवा” भाषा को प्रतिक्रिया देती है, युवा दार्शनिक अथवा शैक्षिक भाषा को कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे; ना ही वह किसी उपदेशक अथवा अध्यापक को कोई प्रतिक्रिया देंगे। वह उन प्रखर युवाओं को प्रतिक्रिया देंगे जो कि उनकी भाषा में बात करते हैं तथा उनके मुद्दों को संबोधित करते हैं। 

क्या हम सनातन धर्म के सत्यों और अवधारणाओं को समकालीन उत्तर आधुनिक भाषा में प्रस्तुत कर सकते हैं जो की गम्भीर विचारधारा ना हो और जो कर्मकाण्ड से पूर्णतः मुक्त हो? 

हमें सनातन क्रांति धर्मी प्राणशक्ति का आह्वान करना है, जिसमें हमारी जीवन शक्ति एवं भावना शक्ति वास करती है। सनातन धर्म एवं मानव चेतना के क्षेत्र में प्रगतिशील अनुसंधान एवं अध्ययन, विचार एवं ज्ञान का सतत विकास करना होगा।

सनातन धर्म, मानव चित्त एवं विकासमूलक अध्यात्म और समकालीन राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संदर्भों में जन जाग्रति एवं योगसाधनाओं के क्षेत्र में विश्व स्तर के शोध को प्रोत्साहित करना ही सनातन धर्म हिंदु राष्ट्र निर्माण आध्यात्मिक युवा नेतृत्व अभियान का ध्येय है।

डा सुरेंद्र सिंह विरहे

शोध समन्वयक

आध्यात्मिक नैतिक मूल्य शिक्षा शोध

धर्मिक न्यास धर्मस्व विभाग

मध्य प्रदेश शासन

उप निदेशक मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी संस्कृति परिषद् संस्कृति विभाग मध्य प्रदेश शासन

सचिव

उत्कर्ष... संस्थान

9826042177

8989832149


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