Friday, May 10, 2024

ज्यादा नेगेटिव सोचने से क्या होता है?

नेगेटिव  सोच का एक रूप है जो विभिन्न नेगेटिव  नकारात्मक परिणामों को जन्म देती है। यह झूठी मान्यताओं या कुछ चुनिंदा तथ्यों पर आधारित है, और यह महत्वपूर्ण तथ्यों की उपेक्षा करता है जिसके बेहतर परिणाम होंगे। नकारात्मक सोच कठोर, पूर्ण और अधिकांश तथ्यों द्वारा समर्थित नहीं है। नकारात्मक सोच को पहचानना कठिन है।

ज्यादा नेगेटिव सोचने से क्या होता है?

कई बार ऐसा भी होता है कि किसी मुद्दे (जिसे चिंतन के रूप में भी जाना जाता है) पर अत्यधिक विचार करना हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है - न केवल तनाव और चिंता को बढ़ाता है, बल्कि अवसाद, अभिघात जन्य तनाव के साथ-साथ भोजन के साथ अस्वास्थ्यकर पैटर्न में भी योगदान देता है 

नकारात्मक लक्षणों में भावनाएं दिखाने में असमर्थता, उदासीनता, बात करने में कठिनाई और सामाजिक स्थितियों और रिश्तों से हटना शामिल है। 

नकारात्मक लोग वे होते हैं जो आमतौर पर सकारात्मक या पॉजिटिव दृष्टिकोण की तुलना में नकारात्मक या नकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं। उनकी बातचीत अक्सर नकारात्मक होती है, वे समस्याओं को बढ़ावा देते हैं, और अक्सर शिकायतों और नकारात्मक भाषा का उपयोग करते हैं।

यदि किसी को अपने जीवन की शुरुआत में नकारात्मकता या निरंतर आलोचना का सामना करना पड़ता है , तो वे उस व्यवहार को प्रतिबिंबित कर सकते हैं। ऐसे माहौल में पले-बढ़े बच्चे जहां आलोचना, निराशावाद, विनाश और उदासी और नकारात्मकता आम बात है, अंततः यह उनके विकासशील मस्तिष्क में विशिष्ट व्यवहार के रूप में अंकित हो जाएगा।

नेगेटिव सोच को पॉजिटिव बनाएं

एक ही बात को बार-बार सोचने के बजाए एकबार सोचें और खुद से पूछें कि क्या सोचने भर से परेशानी दूर हो जाएगी.

अपने किसी करीबी दोस्त से बात करके देखें. ...

नकारात्मकता को सकारात्मकता से काटने की कोशिश करें. ...

वो काम करें जो आपको खुशी देते हैं. ...

सोचने के बजाय लिखने की कोशिश करें.

दिमाग में एक ही विचार बार-बार आने से बचने के तरीके

मेडिटेशन मेडिटेशन अनचाहे विचारों को दूर करने का सरल तरीका है. ...

योगाभ्यास बार-बार आने वाले एक ही विचार से मुक्ति पाने का एक उपाय योग का अभ्यास भी है. ...

बाहर घूमने जाएं ...

अपनों के साथ समय बिताएं ...

नई चीजों को सीखने में मन लगाएं ...

किताब पढ़ना ...

पॉजिटिव सोचें ...

लाइफ स्टाइल में बदलाव करें।

ओवरथिंकिंग से बचा जाए

 खुद को डिस्ट्रेक्ट करने की कोशिश यदि आप ओवरथिंकिंग करती है तो अपने मन पसंदीदा कार्यों में व्यस्त हो कर खुद को नकारात्मक विचारों से डिस्ट्रेक्ट करने की कोशिश करें। ...

 गहरी सांस लें ...

 मेडिटेशन करें ...

अपने ट्रिगर प्वाइंट को समझें ...

 पर्फेक्शनिज्म पर ध्यान देना कम कर दें

अधिक विस्तृत जानकारी मार्गदर्शन और स्वास्थ्य देखभाल परामर्श हेतु संपर्क कीजिए डॉक्टर सुरेन्द्र सिंह विरहे 

मनोदैहिक स्वास्थ्य आरोग्य विशेषज्ञ आध्यात्मिक योग चिकित्सक लाईफ कोच डिवाइन लाईफ सॉल्युशंस भोपाल मध्य प्रदेश 

9826042177

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