हार्ट ब्लॉकेज या दिल की धड़कन का रुकना एक गंभीर रोग है। यह स्थिति तब उत्पन होती है, जब रक्त वाहिकाओं में प्लाक नामक चिपचिपा पदार्थ जम जाता है और रक्त के बहाव को रोकता है, जिसके कारण एक व्यक्ति को बहुत साडी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह प्लाक वसा, कोलेस्ट्रॉल, सेलुलर अपशिष्ट उत्पादों, कैल्शियम और फाइब्रिन नामक एक पदार्थ से बनता है।
किसी भी कारण जब नसों में प्लाक जम जाता है, उन्हें संकुचन का सामना करना पड़ता है, जो एक स्थिति का निर्माण करता है, जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस कहा जाता है। इस स्थिति में संकुचन के कारण बाधा उत्पन होती है
हाई ब्लड प्रेशर: अनियंत्रित उच्च रक्तचाप आपकी नसों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिसमे नसों में संकुचन की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और रक्त के बहाव में रुकावट आती है।
हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल: एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के उच्च सत्तर को खराब कोलेस्ट्रॉल के रूप में भी जाना जाता है । यदि यह समस्या आपको परेशान कर रही है, तो आपकी नसों में प्लाक का गठन होता है, जिसमे धमनियों में रुकावट आती है।
तम्बाकू का सेवन: धूम्रपान और तं बाकू का सेवन स्वास्थ्य के लियर हानिकारक है। यह रक्त वाहिकाओं को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है, जिसमे वह सिकुड़ जाते हैं।
मोटापा: अधिक वजन, मोटापा और गतिहीन जीवन शैली हृदय की रुकावट के लिए जिम्मेदार होते हैं|
हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण
चक्कर आना
बेहोश होना
सांस लेने में तकलीफ मेहसूस होना
सांस तेजी से चलना
कमजोरी जा ज्यादा थकान महसूस करना
सीने में दर्द महसूस करना
मतली और उलटी की समस्या होना
दिल की धड़कन का अनियमित होना
एक्सरसाइज करने में दिक्क्त महसूस करना
यदि आप हार्ट की समस्या के लिए आयुर्वेदिक उपचार चाहते हैं, तो कोरोनरी आर्टरी डिजीज की समस्या में सिद्ध परिणामों के लिए संपर्क कीजिए डॉक्टर सुरेन्द्र सिंह विरहे
मनोदैहिक स्वास्थ्य आरोग्य विशेषज्ञ आध्यात्मिक योग चिकित्सक लाईफ कोच डिवाइन लाईफ सॉल्युशंस भोपाल
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