पेट की बीमारियों को कैसे दूर कर पेट की बीमारियों के प्रति अधिकांश लोग लेट लतीफी करते हैं और पेट पत्थर की तरह ठेठ होने लगता है।
पेट की बीमारी के लिए पेट दर्द, कब्ज आदि नाशक सस्ते रेट की दवाएं लेकर फिलहाल तो राहत पाता है। फिर बाद में पूरे घर को जगाता है।
उदर रोग से पीड़ित व्यक्ति का उद्धार करना मुश्किल है। लेकिन आयुर्वेद के उदार भाव वाली ऋषियों ने पेट की बीमारी के लिए अनेक उपचार लिखे हैं। इसे नर या नारी बिना तैयारी के कभी भी ले सकते हैं।
जानिए पेट दर्द, उदर विकार, एसिडिटी, कब्ज, पाचनतंत्र और लिवर की खराबी और उससे जुड़ी बीमारियों के बारे में सबकुछ
भारत में प्रत्येक 15 प्राणियों में 5 व्यक्ति को पेट दर्द, उदर रोग की समस्या होती है। लेकिन यह कई बीमारियों का संकेत है।
पेट दर्द! अलग-अलग हिस्सों में तकलीफ... इन बीमारियों का आगमन होने से मन और अंतर्मन खराब हो जाता है।
पेट की परेशानी, दर्द आदि एक आम समस्या है, अनियमित शैली, खराब खान-पान, लंबी , शारीरिक निष्क्रियता सहित इसके कारण हो सकते हैं, लेकिन जब दर्द लंबे समय तक बना रहे तो कई का संकेत हो सकता है।
पेट दर्द साथ ही यदि बुखार, उल्टी, अचानक वजन कम होने जैसी समस्याएं भी हों, तो एपेंडिसाइटिस, अल्सर, पथरी और ibs यानी इरिटेबल बाउल सिंड्रोम समस्या भी हो सकती है।
दरअसल पेट पास होने वाला दर्द पास के किसी भी अंग में भी हो सकता है। पेट दर्द और उसके का यदि गौर से निरीक्षण करके बीमारी को समझा जा सकता है।
पेट में अलग -अलग स्थानों पर और अलग प्रकार होने वाला दर्द बीमारी के बारे में स्पष्ट संकेत देता है। आप भी इन संकेतों को जानकर बीमारी को पहचान सकते हैं।
उपचार-
नशा, जैसे कि स्मोकिंग और ड्रिंकिंग बंद कर दें
कॉफ़ी (कैफीन रहित भी) पिने से बचें.
पेट में एसिड की मात्रा बढ़ाने वाली चीजें जैसे कि सोडा आदि पीने से बचें.
सेब, अजवायन, करौंदा और उसका रस, प्याज, लहसुन और चाय एच पायलोरी आदि का भरपूर सेवन करें. ...
फल और सब्जियां खूब खाएं.
पेट के रोगों का इलाज इन उपाय से भी करें
जीआई विकार का इलाज
आराम करना और खूब सारे तरल पदार्थ पीना । आहार का पालन करना - केला, चावल, सेब की चटनी और टोस्ट - ये सभी पेट के लिए आसान हैं और अपने तरीके से फायदेमंद हैं। साथ ही, डेयरी, ग्रीस और मसालों जैसी चीजों से बचें, क्योंकि ये आपके पाचन तंत्र को खराब कर सकते हैं।
पेट को स्वस्थ रखें?
इन टिप्स को फॉलो करने से पेट रहेगा हमेशा हेल्दी
खाने के बाद खाएं अजवाइन का चूर्ण अजवाइन लगभग हर भारतीय किचन में पाई जाती है।
दही दही प्रोबायोटिक फूड है।
सेब का सेवन
दूध का सेवन
पुदीना सेवन
पेट को हेल्दी रखने के लिए लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव
खाने के बाद टहलें जरूर ...
जल्दी में खाना न खाएं
अधिक विस्तृत जानकारी मार्गदर्शन और स्वास्थ्य देखभाल परामर्श हेतु संपर्क कीजिए डॉक्टर सुरेन्द्र सिंह विरहे मनोदैहिक स्वास्थ्य आरोग्य विशेषज्ञ आध्यात्मिक योग चिकित्सक लाईफ कोच डिवाइन लाईफ सॉल्युशंस भोपाल
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